शादी के सात वचनों को कोपलवाणी की संस्थापक पदमा शर्मा ने साइन लैंग्वेज में वर-वधु को समझाया. मीनाक्षी अनाथ है, वो कई सालों से नारी निकेतन में रह रही थीं. मूक बधिर होने के कारण साल भर पहले उसे मूक बधिर संस्था कोपलवाणी भेज दिया गया. यहां पदमा शर्मा के संरक्षण में मीनाक्षी ने साइन लैंग्वेज और आर्ट एंड क्राफ्ट सीखा. एक साल पहले पद्मा शर्मा की मुलाकात दुर्ग के लक्की से हुई थी. वह भी मूकबधिर हैं. पद्मा ने कहा था कि जब भी जरूरत हो तो मुझे वीडियो कॉल करना. कुछ महीने पहले लक्की अपने घरवालों के साथ संस्था आया और बताया कि उसे शादी करनी है.