कांग्रेस लोकतंत्र की आत्मा को कुचलती आयी है- रुपसिंह मण्डावी
OFFICE DESK JAGDALPUR : भाजपा जिला अध्यक्ष रुपसिंह मण्डावी ने कहा है कि भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में 25 जून 1975 को काले दिवस के रुप मे याद किया जाता है।
इस दिन पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी ने देश में आपात काल लगाया था। सत्ता की चाह में कांग्रेस लोकतंत्र की आत्मा को कुचलती आयी है। कांग्रेस का यह चरित्र आज भी नहीं बदला है। देश की नई पीढ़ी को देश में थोपे गये आपातकाल के भयावह दौर की जानकारी होनी चाहिए।
मण्डावी ने शुक्रवार को जारी वक्तव्य में कहा कि 47 वर्ष पूर्व देश की सत्ता में काबिज रहने की लालसा में कांग्रेस ने देश को आपातकाल के हवाले कर दिया था। आमजनता के सारे मौलिक अधिकार खत्म हो गये थे, सरकार के खिलाफ बोलना,लिखना प्रतिबंधित था।
आपात काल का विरोध करने वाले सीधे जेल की सलाखों के पीछे फेंक दिये जाते थे, 21 महीने तक देश में कांग्रेस सरकार की तानाशाही चलती रही, 21 मार्च 1977 को देश से आपातकाल हटाया गया और उसके बाद हुए आमचुनाव में भारत की जनता ने कांग्रेस को सबक सिखाते हुए सत्ता से बाहर कर दिया।
मण्डावी ने कहा कि आपातकाल देश के लोकतंत्र का ऐसा काला अध्याय है, जिससे आज की नई पीढ़ी को अवगत कराना जरुरी है।
इतने बरसों बाद भी कांग्रेस की नीति-रीति नहीं बदली है, जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकार है, वहां आज भी लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या हो रही है।
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के लगभग चार साल के शासन में बढ़ती अराजकता इसका उदाहरण है। श्री मण्डावी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी देश व जनता के लिये संकल्पित है, कांग्रेस का विरोध भाजपा के कार्यकर्ता सदैव करते रहेंगे।