
सक्षम ने बस्तर गोंचा पर्व में प्लास्टिक की बंदूक पर पूर्णत: रोक लगाने सौंपा ज्ञापन
जगदलपुर, । सनातन क्षेत्रीय मंच (सक्षम) के महामंत्री कुणाल चालीसगांवकर ने बताया कि विश्व प्रसिद्ध बस्तर गोंचा पर्व का प्रारंभ 14 जून को हो चुका है। यह 27 दिवसीय पर्व का विधि-विधान शताब्दियों से चला आ रहा है। सी पूजा विधान के क्रम में 01 जुलाई को श्रीगोंचा रथ यात्रा संपन्न होगी ।
इस पर्व मे तुपकी का खासकर इस क्षेत्र में बहुत महत्व है। ग्रामीण बांस से बनी तुपकी और उसके लिए प्राकृतिक फल लेकर उस दिन जगदलपुर पहुंचते है और श्रीजगन्नाथ स्वामी के सम्मान में अभिवादित(सलामी) करते है, किंतु कुछ वर्षो से इस संस्कार का अस्तित्व भी खतरे में पड़ गया है । तुपकी की जगह आजकल चीन में बनी प्लास्टिक की माऊजर गन ने ले ली है, इसके कारण महिलाओं और युवतियों को असहज परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है।
बाजार में इसकी उपलब्धता पर बस्तर गोंचा महापर्व तक पूर्ण रूप से रोक लगाई जाए अथवा सक्षम (सनातन क्षेत्रीय मंच) के द्वारा इसका विरोध किया जाएगा। पूर्वजों द्वारा निहित की गई संस्कृति सभ्यता हमारी अपनी है, इसका संरक्षण करना ही हम सबका परम दायित्व है। इसी संरक्षण के कारण हमारी सभ्यता अनादि काल से विलुप्त नही हों सकी बाकी सब विश्व की सभ्यताएं आज बीते दिनों की बात है।
इस दौरान सक्षम महामंत्री कुणाल चालीसगांवकर, उपाध्यक्ष नीरज उस्तां, कार्यकारी अध्यक्ष संतोष भदोरिया, प्रशिक्षण प्रमुख संजय चंदा,जिला सचिव आशुतोष आचार्या,जगदलपुर नगर अध्यक्ष शुभम गुप्ता, नगर मंत्री राज राठौड़, जगदलपुर ग्रामीण मंत्री ओम साहु मौजुद थे।
