नहीं थम रही टारगेट किलिंग! प्रवासी मजदूरों को मारी गोली, निहत्थे लोगों पर बढ़ी क्रूरता की संख्या…
Jammu-Kashmir Target Killing : जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. गैर कश्मीरियों पर हमले की खबरों से यहां के लोग दहशत में हैं.
अनंतनाग में इस बार आतंकियों ने दो बाहर के मजदूरों को निशाना बनाया है. आतंकियों की इस फायरिंग में बीते दिन दो मजदूर घायल हो गए थे. इस साल कश्मीर में निहत्थे लोगों पर हमलों की संख्या बढ़ी है.
दरअसल, जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के सफाए के लिए सुरक्षा बल और पुलिस ऑपरेशन ऑल आउट चला रहे हैं. इससे आतंकी डरे हुए हैं, इसलिए युवकों पर हमला कर रहे हैं.
टारगेट किलिंग को लेकर कई बार यहां विरोध भी हो चुका है. ताजा मामले में आतंकियों ने दो मजदूरों को घायल कर दिया है, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है.
टारगेट किलिंग की घटनाएं
जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग की घटनाएं अप्रैल-मई के बीच सबसे ज्यादा बढ़ी हैं. 12 मई को बडगाम जिले में आतंकियों ने राजस्व विभाग के एक अधिकारी को गोली मार दी थी. तहसील कार्यालय में घुसकर आतंकियों ने कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट नामक अधिकारी को निशाना बनाया. अस्पताल में इलाज के दौरान राहुल की मौत हो गई.
31 मई को कुलगाम में एक महिला शिक्षिका रजनीबाला की आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. वह सांबा की रहने वाली थी. उसकी हत्या कुलगाम के गोपालपोरा में की गई थी. रजनी गोपालपोरा हाई स्कूल में शिक्षक थे.
इसके बाद जून में राजस्थान के हनुमानगढ़ निवासी कुलगाम में एक बैंक मैनेजर पर आतंकियों ने फायरिंग की थी. इस हमले में बैंक मैनेजर विजय कुमार की मौत हो गई.
तीन नवंबर को अनंतनाग जिले के एक निजी स्कूल में काम करने वाले मजदूरों को निशाना बनाया गया था. इन मजदूरों में एक मजदूर बिहार और एक नेपाल का था.
कश्मीर में लगातार निहत्थे लोगों को निशाना बनाए जाने की खबरें आ रही हैं. इस बार अनंतनाग के रख-मोमिन इलाके में आतंकियों ने बाहर के दो मजदूरों को गोली मार दी,
जिससे वे बुरी तरह जख्मी हो गए. दोनों मजदूर उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. पुलिस का कहना है कि सभी नाका पार्टियों को भी अलर्ट कर दिया गया है. जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.