Google search engine
Homeबस्तरजगदलपुर22 दिन पहले पिता के कंधे में लदकर आई बच्ची गई अपने...

22 दिन पहले पिता के कंधे में लदकर आई बच्ची गई अपने पैरों पर, परिजनों ने धरती के भगवान के साथ ही स्टाफ नर्स का किया शुक्रिया

22 दिन पहले पिता के कंधे में लदकर आई बच्ची गई अपने पैरों पर, परिजनों ने धरती के भगवान के साथ ही स्टाफ नर्स का किया शुक्रिया

जगदलपुर :- मेकाज के शिशुरोग विशेषज्ञों के द्वारा एक बार फिर 22 दिन पहले बिहोशी अवस्था में अपने पिता के कंधे में लदकर आई एक 14 वर्षीय बच्ची की जान बचाने में सफलता मिली है,

बच्ची बुखार, झटके व बिहोशी की हालत में अस्पताल लाई गई, जांच में पता चला कि उसके शरीर के विभिन्न अंग काम नही कर रहे थे, जिसमे दिमाग, किडनी, लीवर आदि ठीक से काम नही कर रहे थे,

साथ ही बच्ची को दिल का भी पड़ा था, जिसे क्रमश मल्टीपल ऑर्गन डिस्फांकशन सिंड्रोम कहा जाता है,

साथ में सेप्टिक सॉक डवलप हुआ था, जिसे तुरंत शिशु रोग विभाग के गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती कर इलाज शुरू किया गया,जहां जांच में बच्ची को जापानी बुखार भी पाया गया, लेकिन डॉक्टरों के साथ ही स्टाफ नर्स की मेहनत रंग लाई और बच्ची को नया जीवनदान मिला,

बच्ची के पिता चमनलाल ने बताया की उसकी 14 वर्षीय बच्ची सरिता अचानक 29 नवंबर को बिहोश हो गई, जिसे बेहतर उपचार के लिए लोहड़ीगुडा के स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया,

जहां खराब हालत को देखते हुए उसे मेकाज रेफर किया गया, बच्ची के आने के बाद शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अनुरूप साहू के साथ ही डॉक्टर डी एम मंडावी, डॉक्टर पुष्पराज प्रधान, स्टाफ नर्स की टीम इलाज में जुट गई, जहां प्रारंभिक जांच में पता चला

 कि बच्ची को दिल का दौरा पड़ने के साथ ही किडनी फेल, दिमाग भी काम नही कर रहा था, इसके अलावा जब बच्ची का टेस्ट कराया गया तो उसे जापानी बुखार था,

बिना देर किए डॉक्टरों के द्वारा उसका इलाज शुरू करते हुए उसे अपनी निगरानी में रखा गया, लगातार चिकित्सकों के साथ ही स्टाफ नर्स द्वारा इलाज चलता रहा,

जहां 20 दिनों की कड़ी मेहनत के चलते बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ हो गई, जिसे बुधवार को छुट्टी दे दिया गया, वही बच्ची के ठीक होने पर परिजनों ने डॉक्टर के साथ ही स्टाफ नर्स को धन्यवाद ज्ञापित भी किया,

जापानी बुखार के बारे में डॉक्टर मंडावी ने बताया कि जापानी बुखार बस्तर के अंदरूनी इलाकों में पाया जाता है,

जिसके लिए इस बीमारी से बचाने के लिए राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के तहत सभी अस्पतालों में टीका 9 माह के साथ ही 16 से 24 माह के बीच निशुल्क लगाया जाता है,

साथ ही किसी बच्चे को बुखार, झटके व बिहोश होने को नजर अंदाज ना करे तुरंत नजदीकी स्वास्थ केंद्र या फिर नजदीकी अस्पताल बिना देर किए ले जाए,

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments