धमतरी : तंबाकू में पाए जाते हैैं सात हजार प्रकार के हानिकारक रासायनिक तत्व
धमतरी। तंबाकू से से होने वाले तमाम तरह के दुष्प्रभाव के बारे में छात्र-छात्राओं को जानकारी देने के उद्देश्य से अलग-अलग स्कूलों में कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत होने वाले कार्यक्रम से छात्र-छात्राओं को इसके बारे में जानकारी मिल रही है। इससे बचाव के लिए निबंध, प्रश्नोत्तरी सहित अन्य कार्यक्रम में छात्रों की सहभागिता देखते ही बन रही है।
स्कूलों में तंबाकू के दुष्प्रभाव के बारे में जानकारी दी जा रही है। स्कूली जागरुकता कार्यक्रम एवं तंबाकू मुक्त शैक्षणिक संस्थान के लिए यह कार्यक्रम जिले में संचालित है।
नोडल अधिकारी डाॅ. एमए नसीम तथा जिला कार्यक्रम प्रबंधक डाॅ. प्रियंका कंवर के आदेशानुसार शासकीय हाई स्कूल ग्राम देवपुर, खरेंगा धमतरी में 24 नवंबर को उन्मुखीकरण सह जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं को राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के महत्त्व, तंबाकू में पाए जाने वाले सात हजार हानिकारक रासायनिक तत्वों के बारे में तथा उससे होने वाले दुष्प्रभाव, व्यक्ति और उसके परिवार में पड़ने वाले सामाजिक, आर्थिक बोझ के बारे में बताया गया। साथ ही कोटपा अधिनियम 2003 के बारे में जानकारी दी गई।
उक्त कार्यक्रम में प्रश्नोत्तरी का भी आयोजन किया गया। छात्र छात्राओं को पेन, मेडल व शील्ड, पानी बाटल देकर उनको प्रोत्साहित किया गया।
तंबाकू एवं उससे जुड़े जोखिम से दूर रहने की सलाह दी गई। शाला में तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत एक शिक्षक को नोडल के रूप में चयनित किया गया।
कई प्रकार के रोगों का कारण है तंबाकू
धमतरी सीएमएचओ डाॅ. एसके मंडल ने बताया कि तंबाकू कई प्रकार के रोगों का कारण बनता है। धीरे-धीरे किसी भी व्यक्ति को नशापान शुरू में अच्छा लगता है,
बाद में इसकी आदत बन जाती है। आदत हो जाने के बाद तंबाकू को छोड़ना काफी मुश्किल होता है। ऐसे में तंबाकू का सेवन नहीं करना चाहिए।
कैंसर सहित कई गंभीर बीमारियां तंबाकू के कारण होती है। इन वस्तुओं के उपयोग से हमेशा दूर रहना चाहिए। शैक्षणिक संस्थाओं के 100 मीटर के दायरे में तंबाकू और तंबाकू से बने उत्पादों का विक्रय प्रतिबंधित है। इस पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है। यदि आपके आसपास इस तरह की गतिविधियां दिख रही हो तो इसकी जानकारी शाला प्रमुख को अवश्य दें