धमतरी : कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में दर्री और दोनर के रेत खदानों के लिए प्रक्रिया पूरी
धमतरी। दर्री-दोनर रेत खदान के लिए गहमागहमी के बीच कलेक्ट्रेट में लाटरी से टेंडर हुआ। दर्री खदान अमित अग्रवाल व दोनर खदान घनश्याम पटेल को मिला है।
रात तक टेंडर की प्रक्रिया चलता रहा। दोनों खदानों के लिए प्रदेशभर से एक हजारसे अधिक लोगों ने आवेदन किया था। ग्रामीणों के विरोध के बावजूद जिला प्रशासन ने शांति पूर्ण ढंग से दोनों खदानों का टेंडर करा दिया।
कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में 28 नवंबर की सुबह से दर्री व दोनर रेत खदान के लाटरी पद्धति से टेंडर की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए सुबह से तैयारी शुरू हो गई थी।
खनिज विभाग के अधिकारी कर्मचारियों के साथ अन्य विभागों के कर्मचारियों ने प्रदेशभर के विभिन्न जिलों से पहुंचे आवेदकों के उपस्थिति में दस्तावेजों की अधिकारियों की मौजूदगी में जांच की।
दस्तावेजों की जांच करते कर्मचारियों को शाम हो गई। शाम करीब छह बजे दर्री रेत खदान के लिए गहमागहमी के बीच लाटरी पद्धति से टेंडर खुला। लाटरी के नाम जानने लोगों की धड़कन तेज हो गई थी।
दर्री खदान अमित अग्रवाल के नाम से खुला तो उनमें व उनके लोग खुश हो गए। जबकि अन्य आवेदकों में मायूसी छा गई। शाम सात बजे के बाद बजे के बाद दोनर खदान के लिए टेंडर की प्रक्रिया चल रही थी।
रात को दोनर खदान के लिए टेंडर हुआ, जो घनश्याम पटेल के नाम से निकला। आवेदकों की भीड़ कलेक्ट्रेट में टेंडर खुलते तक जमा रहा। टेंडर की प्रक्रिया समाप्त होने के दो ग्रुप के लोग खुश और अधिकांश मायूस होकर निकले।
प्रदेशभर से लोगों ने किया था आवेदन
उल्लेखनीय है कि दोनों खदानों के लिए धमतरी, रायपुर, दुर्ग, भिलाई, बिलासपुर, रायगढ़ समेत अन्य जिलों के लोगों ने 1000 से अधिक टेंडर फार्म भरा था।
इधर दर्री व खरेंगा क्षेत्र की खराब सड़कों को लेकर दोनों खदानों के टेंडर का विरोध करते हुए ग्रामीण लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं।
टेंडर को निरस्त करने की मांग भी कर चुके हैं। ग्रामीण इसे लेकर हाईकोर्ट तक भी पहुंचे थे, लेकिन जिला प्रशासन ने शांतिपूर्ण माहौल में दोनों खदानों के लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली है।