धमतरी : कुकरेल तहसील में नहीं रहना चाहते चार गांवों के ग्रामीण…..
धमतरी। बिना पंचायत प्रस्ताव व सहमति के बगैर कुकरेल तहसील में चार पंचायतों के नाम जोड़ने से नाराज ग्रामीणों की भीड़ कलेकट्रेट पहुंचे।
कलेक्टर के नाम सौंपे ज्ञापन में ग्रामीणों ने अपने गांवों को यथावत धमतरी तहसील में रखने की मांग की है। मांगे पूरी नहीं होने पर ग्रामीणों ने प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।
धमतरी जिला मुख्यालय से लगे ग्राम पंचायत भाेयना, मथुराडीह, तेंदूकोन्हा व जंवरगांव के ग्रामीणों की भीड़ छह दिसंबर को कलेक्ट्रेट पहुंचे। कलेक्टर पीएस एल्मा से मिलकर ग्रामीणों ने अपने गांवों को कुकरेल तहसील में न रखकर यथावत धमतरी तहसील में रखने की मांग की।
शिकायत करते हुए भोयना की सरपंच देवंतीन बाई सोनवानी, ग्रामीण वेदप्रकाश नेताम, कुशल राम, अशोक देवांगन, होलाराम साहू, भीखम सिंह ध्रुव, सीताराम नेताम आदि ग्रामीणों ने बताया
कि ये चारों गांव धमतरी तहसील शामिल है, लेकिन ग्राम पंचायत कुकरेल को तहसील बनाने पर इसके अंदर इन पंचायतों के नाम जोड़ दिया गया है, जबकि ग्रामीण कुकरेल तहसील में नाम जोड़ने से संतुष्ट नहीं है।
धमतरी शहर से इन पंचायतों की दूरी नजदीक है। कुकरेल तहसील की दूरी अधिक है। सामान्य ढंग से धमतरी तहसील में ग्रामीणों के काम पूरे हो जाते हैं। धमतरी तहसील से उन्हें कोई दिक्कतें नहीं है।
आने-जाने में आसानी है। शासकीय योजनाओं का लाभ उन्हें यहां समय पर मिल जाता है। ऐसे में ग्राम पंचायतों के बिना पंचायत प्रस्ताव व ग्रामीणों की सहमति के बगैर शासन ने इन पंचायतों का नाम कुकरेल तहसील में जोड़ दिया है,
इससे ग्रामीण संतुष्ट नहीं है। ऐसे में ग्रामीणों ने कलेक्टर पीएस एल्मा से यथावत इन पंचायतों को धमतरी तहसील में रखने की मांग की है। कलेक्टर ने ग्रामीणों की मांग को शासन तक पहुंचाने का आश्वासन दिया है।