धमतरी : बूंदाबांदी से किसान व समितियों की बढ़ी चिंता
धमतरी। अंचल में सुबह से शाम तक बादल वाला मौसम बना रहा। बूंदाबांदी के साथ हल्की वर्षा भी हुई, इससे किसान व सहकारी समितियों की चिंता बढ़ गई।
वहीं खराब मौसम से तापमान का पारा गिर गया। शनिवार दोपहर को 27 डिग्री बना रहा, जबकि शाम को 18 सेल्सियस हो गया। बादल वाला मौसम से दिनभर ठंड बना रहा, ऐसे में लोग गर्म कपड़ों से दिनभर लैस रहे। वहीं शहर व ग्रामीण अंचलों में कई जगह अलाव भी जला।
10 दिसंबर सुबह से शाम तक बादल वाला मौसम बना रहा। दोपहर को अधिकतम तापमान 27 डिग्री तक रहा। जबकि नौ दिसंबर को तापमान का पारा 31 तक चढ़ गया था,
इससे गर्मी का अहसास होने लगा था, लेकिन दूसरे दिन मौसम में आए अचानक परिवर्तन से ठंड बढ़ गया। सुबह से रात तक लोगों के शरीर से गर्म कपड़ा नहीं उतरे। शहर व गांवों के कई जगहों पर बादल वाला मौसम के चलते अलाव जले।
इसके बाद ही लोगों ने राहत ली। खराब मौसम के चलते शाम ढलते ही ठंड बढने के साथ ठिठुरन बढ़ गई, ऐसे में लोग घरों में दुबक गए। रात में जगह-जगह अलाव जलते रहे।
देर रात तक तापमान का पारा 17 सेल्सियस तक रहा, इससे ठंड व ठिठुरन बढ़ गई। दिसंबर माह के पखवाड़ा के बीच अब पहले से ठंड बढ़ने लगा है।बादल वाला मौसम के साथ सुबह व दोपहर को बूंदाबांदी के साथ हल्की वर्षा हुई।
वर्षा होने से लेट वेरायटी के धान फसल लेने वाले किसानों की चिंता बढ़ गई है। क्योंकि अंचल में अभी भी 15 प्रतिशत धान फसल की कटाई शेष है।
लेटलतीफी से धान फसल लेने वाले किसान अपने लेट वेरायटी के धान फसल की कटाई-मिंजाई कर रहे हैं। शहर के गोकुलपुर व रूद्री रोड में किसान अपने खेतों में लगी फसल की कटाई करा रहे हैं।
वहीं ग्रामीण अंचल में कटाई-मिंजाई अंतिम चरण पर है। दूसरी ओर जिलेभर के 98 खरीदी केन्द्रों में किसानों से खरीदे धान खुले आसमान में है,
लेकिन खराब मौसम को देखते हुए ज्यादातर खरीदी केन्द्रों में धान को तिरपाल व पालीथिन से सुरक्षा के मद्देनजर ढका गया है। इस संबंध में जिला नोडल अधिकारी शिवेश मिश्रा ने कहा कि सभी खरीदी केन्द्रों के प्रभारियों को खराब मौसम को देखते हुए धान को तिरपाली व पालीथिन से ढकने निर्देशित किया गया है, ताकि वर्षा होने पर धान खराब न हो।