Google search engine
Homeरायपुर-संभागरायपुररायपुर : जीवन की सभी समस्याओं का कारण हमारा मन : डॉ....

रायपुर : जीवन की सभी समस्याओं का कारण हमारा मन : डॉ. गुप्ता

रायपुर : जीवन की सभी समस्याओं का कारण हमारा मन : डॉ. गुप्ता

रायपुर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के मेडिकल विंग द्वारा विधानसभा मार्ग स्थित शान्ति सरोवर रिट्रीट सेन्टर में रविवार को स्वास्थ्य परिचर्चा का आयोजन किया गया। विषय था- स्वस्थ तन प्रफुल्लित मन।

नई दिल्ली से पहुंचे जी.बी.पन्त हॉस्पीटल नई दिल्ली के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. मोहित दयाल गुप्ता ने बतलाया कि जीवन की सभी समस्याओं का कारण हमारा मन है।

हमारे विचारों में बहुत शक्ति छिपी हुई है। हम जैसा सोचते हैं वैसा ही हमारा मस्तिष्क अपने को उसी विचारों के अनुरूप ढाल लेता है। अपने जीवन का निर्माण हम स्वयं करते हैं।

उन्होंने बतलाया कि सारे दिन में हमारे मन में लगभग पचास हजार विचार पैदा होते हैं। जिनमें से नब्बे प्रतिशत विचार निगेटिव अथवा व्यर्थ होते हैं।

सिर्फ दस प्रतिशत विचार ही रचनात्मक होते हैं। यदि हमारे विचार ही व्यर्थ होंगे तो जीवन श्रेष्ठ कैसे बन सकता है? इसलिए श्रेष्ठ जीवन बनाने के लिए अपने विचारों में श्रेष्ठता लानी होगी।

डॉ. मोहित गुप्ता ने सभी को राजयोग मेडिटेशन सीखने की सलाह देते हुए कहा कि हमारे विचार ही हमारे जीवन का निर्माण करते हैं। जिन लोगों के जीवन में कोई लक्ष्य नहीं होता।

खुशी नहीं होती है उनका बायोलॉजिकल उम्र तनाव के कारण अस्सी-नब्बे साल के बुजुर्ग व्यक्ति की तरह हो जाता है। इसीलिए आजकल अठारह से तीस साल की उम्र में ही हार्ट अटैक होने लगा है। उन्होंने अपनी बात को स्लाईड की सहायता से समझाने की कोशिश की।

उन्होंने कहा कि हृदय रोग लाईफस्टाईल डिसआर्डर है। स्वस्थ जीवन के लिए स्वास्थ्यवर्धक भोजन, व्यायाम और मेडिटेशन इन तीनों का सन्तुलन जरूरी है। मेडिटेशन से मन में शान्ति की अनुभूति होगी और सकारात्मक सोच बनेगी।

परिचर्चा में भाग लेते हुए बालाजी सुपर स्पेशियालिटी हास्पीटल के डायरेक्टर डॉ. देवेन्द्र नायक ने कहा कि मरीज की इच्छा शक्ति उसे स्वस्थ बनाने में मदद करती है।

उसकी सकारात्मक सोच से हीलिंग पावर बढ़ जाती है। आम तौर पर लोग सुख-सुविधाओं पर बहुत खर्च करते हैं लेकिन अपने स्वास्थ्य पर अपेक्षाकृत कम ध्यान देते हैं जबकि स्वास्थ्य को सबसे अधिक प्राथमिकता देनी चाहिए।

चिकित्सा शिक्षा डॉ. विष्णु दत्त ने कहा कि मानसिक तनाव स्वास्थ्य का सबसे बड़ा शत्रु है। स्वस्थ रहने के लिए मेडिटेशन बहुत ही अच्छी तकनीक है।

योग करें, लोगों से मिले जुलें, ज्ञानवर्धक साहित्य पढ़ें और सामाजिक कार्यों से जुड़ें। हर परिस्थिति में खुश रहना सीखें तो आपका स्वास्थ्य हमेशा अच्छा बना रहेगा।

प्रारम्भ में वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी सविता दीदी ने स्वागत भाषण दिया। इस अवसर पर चिकित्सा संचालक डॉ. विष्णु दत्त और डॉ. देवेन्द्र नायक ने शॉल और श्रीफल भेंटकर डॉ. मोहित गुप्ता का सम्मान किया। बाल कलाकारों ने स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया। मंच संचालन ब्रह्माकुमारी अदिति दीदी ने किया।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments