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बाप बेटे की इस ठग जोड़ी ने बनाया करीब 250 फेक वेबसाइट, मैक्डोनाल्डस, डेमेनीस जैसे कंपनियों के फ्रेंचायजी दिलाने के नाम पर करोड़ो की धोखाधड़ी

 

भिलाई। बड़ी-बड़ी कंपनियों के फ्रेंचायजी दिलाने के नाम पर ठगी, इंडिन ऑईल, जौकि, क्वीक कार फाइनेन्स, वॉव मोमो, मैक्डोनाल्डस, डेमेनीस जैसे बड़े नामो का उपयोग कर बड़ी ठगी को अंजाम दिया करते थे बाप बेटे की ये जोड़ी अलग अलग राज्यों में ठगी कर चुके है।

KFC की फ्रेंचायजी दिलाने ऑनलाईन ठगी के मामले का खुलासा। प्रार्थी को केएफसी की फ्रेंचायजी दिलाने का झांसा देकर ठग लिये थे करीब 9.50 लाख रूपये।

GoDaddy वेब होस्टिंग साईट का उपयोग कर 250 से ज्यादा कंपनियों का बनाया था फेक वेब पेज  ठगी के लिये कई हाई टेक टूल्स का करते थे इस्तेमाल ।

• आरोपियों के द्वारा छत्तीसगढ़ के अलावा भारत के 17 प्रांत के लोगों के साथ धोखाधड़ी की घटना

को दिया गया है अंजाम : आरोपियों द्वारा देश के विभिन्न राज्यों के हजारों लोगों से की गयी थी ठगी की कोशिश एवं 100 से ज्यादा लोगों से ठगी करने में हुए थे सफल तकरीबन 5 करोड़ से अधिक राशि की, की गयी है। ठगी ।

सायबर ठगों से 16 नग विभिन्न कंपनियों के कीपेड एवं एंड्रायड मोबाईल फोन, 01 नग टैबलेट, 01 नग लैपटॉप, 03 नग एटीएम, 01 पेन कार्ड, आधार कार्ड, 05 बैंक खातों की जमा पर्ची,

वेबसाईटों के एडमिन पेज ऐड्रेस एवं नगदी रकम 4,67,150 रूपये बरामद कर किया गया है जप्त |  सायबर ठगी के दो आरोपी पिता-पुत्र को किया गया नवादा बिहार से गिरफ्तार।  फरार आरोपी एवं अन्य सहयोगियों की पतासाजी कर जारी है गिरफ्तारी के प्रयास। एण्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट व थाना सुपेला की संयुक्त कार्यवाही ।

दिनांक 09.01.2023 को प्रार्थी राजेश कुमार तिवारी निवासी डेजी / 424 बी ब्लॉक तालपुरी भिलाई

के द्वारा लिखित शिकायत आवेदन पत्र थाना सुपेला उपस्थित होकर दिया गया कि अभिषेक मित्तल एवं राहुल कपूर नाम के व्यक्तियों के द्वारा केएफसी की फ्रेंचायजी दिलाने के नाम पर https://www.kfefranchies.in/kfc-franchies- application.php.html वेबसाईट में आवेदन करने पर एवं ईमेल info.kfcfranchies.in & info.kfcfranchies.co.in के माध्यम से पत्राचार करने पर, विभिन्न मोबाईल नम्बरों से अलग-अलग समय बातचीत कर केएफसी की फ्रेंचायजी दिलाने का झांसा देकर केनरा बैंक के एक एकाउण्ट में दो बार में कुल 9,30,500 रूपये जमा करवाकर केएफसी की फ्रेंचायजी नहीं दिलाया गया। उक्त मोबाईल नम्बर एवं खाता धारक अभिषेक मित्तल एवं राहुल कपूर नाम के व्यक्तियों के द्वारा धोखाधड़ी किया गया कि रिपोर्ट पर  धारा 420, 34 के तहत विवेचना में लिया गया।

उक्त ऑन लाईन धोखाधड़ी की घटना को अत्यंत गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक दुर्ग डॉ. अभिषेक पल्लव के द्वारा आरोपियों की पहचान सुनिश्चित कर शीघ्र गिरफ्तारी करने के निर्देश प्राप्त हुए।  एण्टी क्राईम एण्ड सायबर यूनिट प्रभारी निरीक्षक संतोष मिश्रा एवं थाना प्रभारी सुपेला निरीक्षक दुर्गेश शर्मा के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित कर कार्यवाही हेतु लगाया गया।

टीम द्वारा प्रार्थी राजेश कुमार तिवारी से संपर्क कर घटना में प्रयुक्त मोबाईल नम्बर, ई-मेल आईडी बैंक एकाउण्ट, वेबसाईट के संबंध में जानकारी प्राप्त कर संबंधित मोबाईल सर्विस प्रोवाइडर, बैंक, वेबसाईट होस्टिंग नोडल एवं गुगल नोडल से तकनीकी आधार पर विस्तृत जानकारी प्राप्त की गयी प्राप्त जानकारी से घटना में प्रयुक्त

मोबाईल नम्बरों की उपस्थिति नवादा बिहार के आस-पास होना पता चला, घटना में प्रयुक्त बैंक खाता का पता पटना बिहार का होना पता चला जिसके आधार पर एक विशेष टीम नवादा बिहार के लिये रवाना किया गया। टीम द्वारा नवादा बिहार पहुंचकर तकनीकी एवं मानवीय आधार पर उक्त मोबाईल नम्बर के धारकों के पतासाजी के प्रयास किये गये। तकरीबन 10 दिनों के अथक प्रयासों से आरोपियों की पहचान ग्राम भवानी बीघा नवादा निवासी रामप्रवेश प्रसाद एवं उसके दो पुत्र सूरज कुमार एवं सुभाष कुमार के रूप में सुनिश्चित की गयी एवं तकनीकी व स्थानीय संपर्क के माध्यम से आरोपियों के निजी मोबाईल नम्बर प्राप्त कर तकनीकी आधार पर निगरानी रखी गयी।

आरोपी अपने गांव से बाहर बहुत कम आते थे एवं घटना में प्रयुक्त मोबाईल नम्बर को गांव में ही छोड़कर गांव से बाहर आते थे। स्थानीय माध्यमों से पता करने पर उक्त भवानी बीधा नाम का गांव सायबर ठगी का प्रमुख स्थान होना पता चला साथ ही साथ घटना से संबंधित मोबाईल नम्बर बैंक खाते आदि गांव के बाहर खेत खलियानों में छीपाकर रखे जाने की जानकारी प्राप्त हुयी। जिसके आधार पर टीम के सदस्यों के द्वारा अपनी पहचान छुपाते हुए सब्जीवाला, फेरीवाला व चाय दुकान वाला बनकर आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु रेकी की जाती रही। तत्पश्चात् पूर्ण रूप आरोपियों की गतिविधियों की जानकारी प्राप्त कर स्थानीय पुलिस के सहयोग से आरोपियों के ठिकानों पर योजनाबद्ध तरीके से तीन अलग-अलग टीमों में विभाजित होकर दबिश दी गयी जिसमें आरोपी रामप्रवेश प्रसाद को पकड़ने में सफलता प्राप्त 1 हुयी। इसी दौरान सायबर ठगी का मुख्य अड्डा होने के कारण अत्यधिक सर्तक रहने से आरोपी सूरज कुमार एवं सुभाष कुमार पुलिस की भनक पाकर भाग गये। आरोपी रामप्रवेश प्रसाद से ऑन लाईन ठगी की घटनाओं में प्रयुक्त नियों के की छेद एवं एडाईड मोबाईल फोन. 01 टैब एवं 01 लैपटॉप, 03 नग विभिन्न बैंकों के एटीएम कार्ड, 01 नग पेन कार्ड, आरोपी सूरज का आधार कार्ड, 05 नग बैंक खातों में जमा की पर्ची, 01 पर्ची जिसमें केएफसी से संबंधित 11 एडमिन पेज एड्रेस एवं नगदी 4,59,700 रूपये बरामद कर जप्त किया गया आरोपी को गिरफ्तार कर स्थानीय न्यायालय पेश कर ट्रांजिट रिमांड हासिल किया गया। टीम द्वारा 10 दिनों तक रेकी करने से आरोपियों के आने जाने के सभी संभावित ठिकानों के बारे

में जानकारी पहले से पता थी जिसके आधार पर फरार आरोपी सूरज कुमार का उसके संभावित सभी ठिकानों में एक टीम के द्वारा निगाह रखी गयी इसी दौरान आरोपी सूरज कुमार की उपस्थिति संधू गांव में होना पता चला जिससे टीम लगातार आरोपी के पीछे लगी रही आरोपी लगातार मोटर सायकल में अपना स्थान परिवर्तित करते हुये एक स्थान से दूसरे स्थान पर जा रहा था लगातार पीछा करते अंततः बलवापर वारसलीगंज में घेराबंदी कर आरोपी सूरज कुमार को पकड़ने में सफलता प्राप्त हुयी। आरोपी सूरज के कब्जे से 03 नग विभिन्न कंपनियों के की-पेड एवं एंड्रायड मोबाईल फोन एवं नगदी रकम 7,450 रूपये बरामद कर जप्त किया गया। आरोपी को गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमार्ड हासिल किया गया। एक अन्य फरार आरोपी सुभाष कुमार की पतासाजी की जा रही है अग्रिम कार्यवाही थाना सुपेला से की जा रही है।

 

गिरफ्तार आरोपियों रामप्रवेश प्रसाद एवं सूरज कुमार से पृथक-पृथक विस्तृत पूछताछ करने पर इनके द्वारा बताया गया कि सबसे पहले इनके द्वारा प्रसिद्ध कंपनियों जैसे कि इंडिन ऑईल, जौकि, क्वीक कार फाइनेन्स, वॉव मोमो, मैक्डोनाल्डस, डेमेनीस, केएफसी, हल्दीराम, पतांजली, चाय सूट्टा बार, अपोलो टायर, ओकिनावा, बजाज, किया मोटर्स एमजी हेक्टर जेकेटायर, एथर बाईक डिलर, पवन हंस हीरो इलेक्ट्रीक, ऐमो, वेबसाईटो को चिन्हित किया जाता था। आरोपियों के द्वारा तकरीबन 250 वेबसाईट बनाया गया है। उसके बाद HTTrack Website टूल्स से वेबसाईटों के पेज जो कि html. php, WordPress पर बने होते है कॉपी कर लेते थे। इसके पश्चात् Godaddy. Hostinger. Hosigator, bluchost, A2Hosting Namecheap. Networksolution, Bigrock, Cloudflare से 01 वर्ष के लिए डोमेन खरीदते थे जिसमें कॉपी किये गये वेब पेज को एडिट एवं कॉपी कर अपना मोबाईल नम्बर एवं अन्य डिटेल अपलोड कर देता था जो कि गूगल के पेज पर लोगो द्वारा सर्च किये

जाने से प्रदर्शित होती थी। जिससे फ्रेंचायजी के लिए लोगों के द्वारा ऑन लाईन वेबसाईट पर जाकर सर्च एक कॉन्टेक्ट करने पर सीधे इनसे संपर्क हो जाता था। जिसे मेल एवं चैटिंग के माध्यम से झांसा देकर लोगों से अपने द्वारा उपलब्ध कराये गये बैंक खातों में अलग-अलग प्रोसेस के नाम पर रकम जमा कराकर धोखाधड़ी की घटना के अंजाम दिया जाता था।

दुर्ग पुलिस के द्वारा आरोपियों से प्राप्त मोबाईल एवं दस्तावेज के माध्यम से जानकारी प्राप्त क भारत के 17 प्रांत के लोगों से संपर्क किया गया। जिनके साथ इनके द्वारा धोखाधड़ी किया गया है। जो कि अब अपने अपने संबंधित थानों से संपर्क कर एफआईआर दर्ज करा रहे है और जिन प्रकरणों में एफआईआर दर्ज है आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए अपनी पुलिस से संपर्क कर रहे है। जिससे लगातार दुर्ग पुलिस को भी आरोपिय के संबंध में जानकारी हेतु फोन कॉल आ रहे है।

उक्त कार्यवाही में एण्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट से सउनि शमित मिश्रा, प्र. आर. संतोष मिश्र चंद्रशेखर बंजीर, आरक्षक पंकज चतुर्वेदी, जुगनू सिंह, अभय सिंह, जावेद हुसैन, विजय शुक्ला, निखिल साहू, आरत सिंह, दिनेश सिंह, विक्रांत यदु, थाना सुपेला से उनि तेजराम कंवर, आरक्षक अभय सिंह एवं नगर पुलिस अधीक्षक  सिविल टीम से आरक्षक विवेक पोद्दार, रत्नेश शुक्ला थाना पुरानी भिलाई से सउनि गोरखनाथ चौधरी, प्र आर. सुभाष जाटव, थाना भिलाई भट्टी से प्र. आर. पुरुषोत्तन साहू आरक्षक हिरेश साहू का सराहनीय योगदान रहा।

गिरफ्तार आरोपीगण :-

1. रामप्रवेश प्रसाद पिता प्रसाद उम्र 48 साल निवासी भवानी बीघा अपसर वारसलिगंज नवादा बिहार

2. सूरज कुमार प्रसाद पिता रामप्रवेश प्रसाद पिता उम्र 24 साल निवासी भवानी बीघा अपसर वारसलिगंज नवाद बिहार

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