एक कत्ल, 5 गोलियां और 4 कातिल : सराफा कारोबारी हत्याकांड के 4 हत्यारे अरेस्ट, 5 दिन पहले लिखी गई थी मर्डर की स्क्रिप्ट, जानिए कहां पकड़े गए ?
दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में कल गुरुवार को एक सराफा कारोबारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिससे पुलिस प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था को कटघरे में लाकर खड़े कर दिया था. वारदात के बाद पुलिस ने आनन फानन में आरोपियों की तलाश की, जिसके बाद पुलिस को बड़ी सफलता मिली है.
लगातार जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने ज्वेलर्स संचालक की हत्या करने वाले चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने चारों आरोपियों को बनारस से गिरफ्तार किया है. चारों आरोपी की गिरफ्तारी के बाद सभी को पुलिस अब दुर्ग लेकर आ रही है.
जानकारी के मुताबिक अमलेश्वर में घटना को अंजाम देने के बाद सभी अलग-अलग रास्तों से होकर बनारस पहुंचे थे. फिर वहां अपना सुरक्षित ठिकाना ढूंढ रहे थे. वारदात के बाद CCTV कैमरे और टोल नाका पर साक्ष्य मिलने के बाद पुलिस बनारस पहुंची थी. जहां से आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
बता दें कि अमलेश्वर के तिरंगा चौक पर स्थित समृद्धि ज्वेलर्स के संचालक सुरेंद्र कुमार सोनी को गोली मारने के बाद दुकान में लूटपाट करने वाले आरोपियों के बारे में कल ही दुर्ग पुलिस ने पता लगा लिया था.
दुर्ग पुलिस को इस बात की पुख्ता जानकारी मिली थी कि आरोपी और उसके तीन सहयोगी पांच दिनों से रायपुर के आरंग में आकर ठहरे हुए थे. मृतक भी आरंग का रहने वाला था. पुलिस टीम अभी इनसे पूछताछ नहीं कर पाई है. लिहाजा अभी इस पूरे घटनाक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं मिल पाई है.
फिलहाल ये मामला सुपारी किलिंग का भी हो सकता है. पुलिस ने जिस संदेही को चिन्हित किया है, उसका नाम सौरभ कुमार बताया जा रहा है. वो श्रीराम आरके वस्त्रालय मुसैदी, जिला कोडरमा, झारखंड का निवासी है. अब तक जांच में पता चला है कि सौरभ कुमार अपने चार साथियों के साथ पांच दिनों से आरंग में आकर रुका हुआ था.