आस में आंसुओं वाली दिवाली : दिवंगत शिक्षकों की विधवाओं के छलके आंसू, अनुकंपा नियुक्ति की मांग पर प्रदर्शन, मासूम भी कर रहे इंसाफ का इंतजार…
रायपुर। छत्तीसगढ़ में दिवंगत पंचायत शिक्षकों की विधवा महिलाएं अनुकंपा नियुक्ति की मांग को फिर हड़ताल पर हैं. विधवाओं ने कहा कि किसी ने बेटा खोया है, किसी का सिंदूर उजड़ा है. किसी के सिर से बाप का साया उठ गया है,
लेकिन कई साल से बस आश्वसान ही मिल रहा है. नियुक्ति की इंतजार में आंखें धुंधली पड़ गई हैं, लेकिन जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं. इन सबके बीच दिवाली में महिलाओं की आंखें भर आईं
दिवंगत शिक्षकों की विधवाओं ने कहा कि हम अपने हक की लड़ाई लंबे समय से लड़ रहे हैं. राज्य सरकार एवं संबंधित विभाग के पंचायत मंत्री हमारी मांगों को लेकर गंभीर नजर नहीं आते हैं.
महिलाओं ने कहा कि हमने अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर 5 दिनों की हड़ताल शुरू की थी, लेकिन दीपावली तो खुशियों का त्योहार है और हमारे पास अब खुश रहने की कोई वजह नहीं है.
इसीलिए हम आज के दिन को फीकी ही दीपावली के रूप में मानकर, अनिश्चित कालीन हड़ताल का फैसला लिए हैं. सरकार को हमारी मांग पूरी करनी होगी.
दिवंगत शिक्षकों की विधवाओं ने कहा कि हम अपने हक की लड़ाई लंबे समय से लड़ रहे हैं. राज्य सरकार एवं संबंधित विभाग के पंचायत मंत्री हमारी मांगों को लेकर गंभीर नजर नहीं आते हैं.
महिलाओं ने कहा कि हमने अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर 5 दिनों की हड़ताल शुरू की थी, लेकिन दीपावली तो खुशियों का त्योहार है
और हमारे पास अब खुश रहने की कोई वजह नहीं है. इसीलिए हम आज के दिन को फीकी ही दीपावली के रूप में मानकर, अनिश्चित कालीन हड़ताल का फैसला लिए हैं. सरकार को हमारी मांग पूरी करनी होगी.